विश्व पर्यावरण दिवस पर फारबिसगंज में वृक्षारोपण और शपथ समारोह, शहर को हरा-भरा बनाने का संकल्प
फारबिसगंज में गणमान्य नागरिकों ने पर्यावरण रक्षा की ली शपथ, टाइम्स भारत न्यूज़ स्टूडियो से शुरू हुआ हरियाली का नया संकल्प

फारबिसगंज (बिहार), 5 जून 2025:
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर टाइम्स भारत न्यूज़ के स्टूडियो परिसर में एक प्रेरणादायक वृक्षारोपण व पर्यावरणीय शपथ समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल पौधे लगाने तक सीमित रहा, बल्कि सभी उपस्थित गणमान्य नागरिकों ने सामूहिक रूप से पर्यावरण सुरक्षा के लिए शपथ भी ली। यह आयोजन फारबिसगंज शहर की पर्यावरणीय जागरूकता को एक नई दिशा देने वाला साबित हुआ।
फारबिसगंज सिस्मिक ज़ोन-5 में आता है, जो भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है। ऐसे में वृक्षारोपण न सिर्फ सजावटी कार्य बल्कि जीवन रक्षा का एक प्रभावी उपाय भी है। इस जिम्मेदारी को समझते हुए, शहर के प्रमुख सामाजिक, शैक्षिक और व्यवसायिक प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर पौधारोपण कर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया।
शपथ का सार:
“हम शपथ लेते हैं कि न केवल एक पौधा लगाएंगे, बल्कि उसकी देखभाल भी करेंगे। हम हर महत्वपूर्ण दिन — जन्मदिन, वर्षगाँठ, त्योहार — पर एक नया पौधा लगाएंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित वातावरण छोड़कर जाएंगे।”
उपस्थित प्रमुख व्यक्ति और उनके प्रेरणादायक विचार:
1. श्री मुलचंद गोलछा (वरिष्ठ उद्योगपति एवं जदयू राष्ट्रीय सलाहकार समिति सदस्य) ने कहा : “हर नागरिक यदि एक पौधा लगाए और उसे जीवित रखे तो पूरा जिला हरा हो सकता है।” श्री गोलछा ने बताया कि एक जिम्मेदार नागरिक और जनप्रतिनिधि होने के नाते हम सभी को नारे नहीं, कार्य से उदाहरण पेश करना चाहिए। उन्होंने अपने व्यवसायिक परिसरों और आवासीय क्षेत्र में वर्षों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रियता दिखाई है। उनका मानना है कि हर नागरिक को सिर्फ पौधा लगाकर छोड़ना नहीं, बल्कि उसे पेड़ बनने तक संवारना चाहिए।
2. श्री रजत रंजन (संस्थापक, Life Savior Foundation एवं युवा सामाजिक कार्यकर्ता) ने कहा : “पेड़ हमारे जीवन की साँसें हैं, इनका बचाव जीवन रक्षा है।” श्री रंजन ने कहा कि उनकी संस्था वर्षों से स्वास्थ्य, रक्तदान और आपदा राहत के साथ-साथ पर्यावरण क्षेत्र में भी काम कर रही है। उनका मानना है कि जब हम पेड़ों को काटते हैं, तो दरअसल हम अपनी ही साँसों को कम करते हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने के साथ-साथ ‘ग्रीन मिशन’ का भी हिस्सा बनें।
3. श्रीमती नीलम बोथरा (समाजसेवी) : “महिलाओं की भूमिका पर्यावरण में महत्वपूर्ण है, हर घर की हरियाली महिलाओं से ही शुरू होती है।” श्रीमती बोथरा ने जोर देकर कहा कि यदि महिलाएं पौधारोपण को अपने घरेलू कार्यों का हिस्सा बना लें, तो हर आंगन में हरियाली दिखेगी। वे वर्षों से बालिका शिक्षा और ग्रामीण महिला विकास में सक्रिय हैं। उन्होंने पर्यावरणीय शिक्षा को भी ‘गृहशिक्षा’ का हिस्सा बनाए जाने की वकालत की।
4. श्रीमती प्रभा सेठिया (समाजसेवी) : “पौधारोपण एक संस्कार है, इसे बच्चों को सिखाना हमारी जिम्मेदारी है।” श्रीमती सेठिया ने बताया कि आज की पीढ़ी को मोबाइल से हटाकर मिट्टी से जोड़ने की आवश्यकता है, और इसकी शुरुआत स्कूलों में पर्यावरणीय गतिविधियों से होनी चाहिए।
5. श्री विनोद सरावगी (वरिष्ठ व्यवसायी एवं समाजसेवी) : “यदि हर दुकान, कार्यालय और घर के बाहर एक पेड़ हो, तो शहर खुद स्वस्थ हो जाएगा।”
शहर के प्रमुख व्यापारिक चेहरों में से एक श्री सरावगी ने बताया कि उनका मानना है कि व्यवसाय सिर्फ मुनाफा नहीं, समाज सेवा का भी माध्यम होना चाहिए। उन्होंने स्थानीय व्यापारी संघों से अपील की कि हर नया व्यवसायिक प्रतिष्ठान अपने साथ कम से कम एक पौधा भी लगाए और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी ले।
6. श्रीमती लक्ष्मी रंजन (सामाजिक कार्यकर्ता) : “पौधे सिर्फ हरियाली नहीं लाते, यह मन को भी शांति देते हैं।” श्रीमती रंजन ने बताया कि सुबह का 10 मिनट किसी पौधे के साथ बिताना मानसिक रूप से शांति और सकारात्मकता देता है। यह ‘ग्रीन थेरेपी’ हर किसी को अपनानी चाहिए।
7. श्री मनोज जायसवाल (जदयू नेता): “सच्चा देशप्रेम प्रकृति प्रेम से शुरू होता है।” श्री जायसवाल ने कहा कि देश सेवा केवल राजनीति या सेना में ही नहीं, पर्यावरण के संरक्षण में भी है। अगर हम अपने आस-पास की प्रकृति को सहेजें तो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित देश छोड़ पाएंगे। उन्होंने युवाओं से प्रकृति प्रेम को राष्ट्रभक्ति का हिस्सा मानने की अपील की।
8. टाइम्स भारत न्यूज़ की टीम : श्री जय दुबे (Editor in Chief) ने कहा: “हमारा शहर सिस्मिक ज़ोन में है। पर्यावरण रक्षा एक सामाजिक नहीं, अब तो एक आपात जिम्मेदारी है। हम हर साल इस तरह के कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाएंगे।”
देखिए विशेष रिपोर्ट Times Bharat News के कैमरे से...