"शंघाई समिट 2025: भारत-रूस-चीन की नई कूटनीतिक धुरी"

Edited By: Jay Dubey
Updated At: 28 September 2025 11:02:45

"SCO समिट 2025: वैश्विक समीकरण बदलने की ओर एशिया"

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शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट 2025, चीन के तियानजिन शहर में आयोजित हुआ, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग प्रमुख रूप से शामिल हुए। इस ऐतिहासिक बैठक की कवरेज के लिए संवाददाता के लिए यहां एक रिपोर्ट तैयार की गई है:

संवाददाता रिपोर्ट: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट 2025

चीन के तियानजिन शहर में संपन्न शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की 25वीं शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी रहीं। इस बैठक का मुख्य फोकस वैश्विक भू-राजनीति व आर्थिक सहयोग पर रहा, खासकर उस समय जब अमेरिका द्वारा भारत सहित कई देशों के खिलाफ भारी टैरिफ लगाए जा चुके हैं।

अहम बिंदु

  • पीएम मोदी, शी जिनपिंग और पुतिन की त्रिदलीय बैठक में मित्रता व रणनीतिक साझेदारी की नई मिसाल देखने को मिली। SCO के मंच से इन तीनों नेताओं की गर्मजोशी अमेरिका और यूरोप के लिए स्पष्ट संदेश रही कि एशियाई देश अब साझेदारी और बहुपक्षीय वैश्विक व्यवस्था की तरफ मजबूती से बढ़ रहे हैं.abplive+3
  • भारत-चीन के बीच 2020 की सीमा झड़पों के बाद रिश्तों में तनाव था। हाल की इस समिट में रिश्तों में सकारात्मक बदलाव और आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने का संकल्प लिया गया.drishtiias
  • पीएम मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय बैठक करीब 50 मिनट निजी कार में सम्पन्न हुई, जिसमें रक्षा, व्यापार, ऊर्जा सहयोग एवं वैश्विक मामलों पर खुली चर्चा हुई.aajtak+1
  • SCO समिट में सदस्य देशों ने आतंकवाद के सभी रूपों, विशेषकर सीमा पार आतंकवाद की कड़ी निंदा की। सदस्यता बढ़ाकर अब संगठन में 27 देश (10 सदस्य, 17 साझेदार) हो चुके हैं, जिसमें लाओस को नया पार्टनर देश बना लिया गया.drishtiias+1
  • SCO के मंच से भारत ने पाकिस्तान की आतंकवाद पर दोहरी नीति और अमेरिका की टैरिफ नीति की खुलकर आलोचना की। पीएम मोदी ने दो टूक कहा – भारत वैश्विक दबावों में नहीं झुकेगा और दोस्ती, कई साझेदारियों के रास्ते खोलेगा.statemirror
  • शी जिनपिंग ने खुले मंच पर कहा कि भारत और चीन का दोस्त और साझेदार बनना वक्त की जरूरत है, साथ ही रूस ने भरोसेमंद साथी के तौर पर भारत का साथ देने का वादा किया।

भारत को क्या मिला?

  • SCO मंच से भारत को क्षेत्रीय सहयोग, आर्थिक साझेदारी के नये अवसर, चीन के साथ डॉयरेक्ट फ्लाइट की बहाली और रूस से रक्षा समझौते जैसी बड़ी उपलब्धियां मिलीं.youtubenavbharattimes.indiatimes+1
  • दिसम्बर 2025 में पुतिन भारत दौरे पर आएंगे, तब दोनों देशों के बीच रक्षा व व्यापारिक समझौतों का विस्तार होगा।
  • SCO 2025 समिट ने सामूहिक शक्ति और सहयोग की तरफ सबका ध्यान खींचा और पश्चिमी दबावों को धता बताते हुए भारत-रूस-चीन तिकड़ी के मजबूत होते रिश्तों को स्थापित किया.tv9hindi

यह रिपोर्ट शंघाई की ऐतिहासिक मीटिंग और भारत, रूस, चीन के नए समीकरणों के व्यापक कूटनीतिक संदेशों का संक्षिप्त और तथ्यपूर्ण विवरण है, जिसे संवाददाता बड़े आत्मविश्वास से प्रेज़ेंट कर सकते हैं।

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