बिहार के फारबिसगंज में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला, सरकारी जमीन खाली कराने गई टीम को बनाया निशाना
फारबिसगंज में अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस टीम पर उपद्रवियों का हमला, थानाध्यक्ष समेत तीन घायल, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कई आरोपियों की तलाश जारी

Times Bharat News, फारबिसगंज (अररिया, बिहार) |
बिहार में पुलिसकर्मियों पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। ताज़ा मामला अररिया जिले के फारबिसगंज से सामने आया है, जहां सोमवार को नगर परिषद की सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने गई पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया गया। यह घटना कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
थानाध्यक्ष को बचाव में निकालनी पड़ी सर्विस पिस्टल
पुलिस टीम सरकारी आदेश के तहत दर्ज अतिक्रमण मामले के मुख्य आरोपी मोहम्मद फिरोज को पकड़ने पहुंची थी। जैसे ही टीम वार्ड संख्या-1 के काली पूजा मेला ग्राउंड के पास पहुंची, आरोपी और उसके 20–25 समर्थकों ने अचानक हमला बोल दिया। पुलिस पर लाठी-डंडों से हमला किया गया, यहां तक कि एक पुलिसकर्मी को दांत से भी काटा गया।
हमले में थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह, दरोगा अमित राज, और सिपाही लक्ष्मण कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। हालात बेकाबू होते देख थानाध्यक्ष को आत्मरक्षा में अपनी सर्विस पिस्टल निकालनी पड़ी, जिससे स्थिति पर नियंत्रण पाया गया।
घायल पुलिसकर्मी अस्पताल में भर्ती
घायलों को तुरंत अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य पर सख्त कार्रवाई की तैयारी
फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने जानकारी दी कि मुख्य आरोपी मोहम्मद फिरोज को गिरफ्तार कर थाने लाया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी के समर्थकों ने सुनियोजित तरीके से पुलिस टीम पर हमला किया।
इस मामले में केस संख्या 287/25 के तहत कुल 10 नामजद आरोपी और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है। पुलिस ने साफ किया है कि हमलावरों को किसी हाल में नहीं बख्शा जाएगा।
SDPO का बयान: अपराधियों पर होगी सख्त कार्रवाई
एसडीपीओ साहा ने कहा कि सरकारी जमीन पर कब्जा और पुलिस पर हमला दोनों ही गंभीर अपराध हैं। इस तरह की घटनाओं को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, "कानून के रक्षक अगर सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता की सुरक्षा की कल्पना कैसे की जा सकती है?"
उन्होंने चेतावनी दी कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई की जाएगी ताकि आगे से कोई भी इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।
इस घटना से जुड़े प्रमुख बिंदु:
- सरकारी जमीन खाली कराने गई पुलिस टीम पर सुनियोजित हमला
- थानाध्यक्ष, दरोगा और सिपाही गंभीर रूप से घायल
- एक पुलिसकर्मी को दांत से काटा गया
- हालात बेकाबू होने पर पिस्टल निकालनी पड़ी
- मुख्य आरोपी गिरफ्तार, 10 नामजद सहित कई पर केस दर्ज
- अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी