पत्नी ने पति को बकरीद पर बुलाकर दूध में ज़हर देकर मार डाला, 20 लोगों पर केस दर्ज
अररिया जिले के सिमराहा थाना क्षेत्र में रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना, पत्नी ने मायके बुलाकर पति की पिटाई की और ज़हर देकर उतारा मौत के घाट

टाइम्स भारत न्यूज़ | रिपोर्टर: जय दुबे | अररिया (बिहार)
बिहार के अररिया जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ रिश्तों के नाम पर क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं। एक पत्नी ने अपने पति को बकरीद के त्योहार के मौके पर मायके बुलाया और फिर अपने परिजनों के साथ मिलकर न केवल उसे बेरहमी से पीटा, बल्कि दूध में ज़हर मिलाकर जबरन पिला दिया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
घटना का पूरा विवरण:
घटना सिमराहा थाना क्षेत्र के पोठिया पंचायत वार्ड संख्या 15 की है। मृतक की पहचान हनीफ टोला, हिंगना निवासी तजमुल (30 वर्ष) के रूप में हुई है। तजमुल पश्चिमी औराही पंचायत का निवासी था और बाहर रहकर मजदूरी करता था।

मृतक के छोटे भाई एकरामूल ने बताया कि, "मेरे भाई को उसकी पत्नी अजमेरुन खातून ने बकरीद मनाने के बहाने मायके बुलाया था। भाई ने सोचा कि शायद रिश्ते सुधर जाएं, लेकिन वहां पहुंचते ही उसके साथ पहले मारपीट की गई, और फिर दूध में ज़हर मिलाकर जबरन पिलाया गया।"
जंगल में मिला बेहोश भाई, अस्पताल ले जाते वक्त तोड़ा दम:
12 जून की सुबह हनीफ टोला के समीप के एक सुनसान खेत में तजमुल बेहोशी की हालत में मिला। ग्रामीणों ने तुरंत परिजनों को सूचना दी। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पारिवारिक पृष्ठभूमि और पुराने विवाद:
परिजनों के अनुसार, तजमुल की शादी 8 साल पहले पोठिया निवासी मंजूर अंसारी की बेटी अजमेरुन खातून से हुई थी। शादी के बाद से ही पत्नी मायके में ज्यादा समय बिताती थी। दंपति के दो बेटे हैं — एक की उम्र 5 साल और दूसरे की 3 साल है। पिछले छह महीने से पत्नी बच्चों के साथ मायके में रह रही थी।

परिजनों का कहना है कि, पत्नी और उसके घरवाले अक्सर तजमुल से पैसे की मांग करते थे। ससुराल वाले उसे अपनाने को तैयार नहीं थे। इस बार बकरीद पर झूठे प्रेम और मिलन का नाटक कर बुलाया गया और उसे सुनियोजित ढंग से मौत के घाट उतार दिया गया।
पुलिस कार्रवाई:
सिमराहा थानाध्यक्ष प्रेम कुमार भारती ने Times Bharat News को बताया कि, “पीड़ित परिजनों की तहरीर के आधार पर 12 नामजद और 8 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इनमें मुख्य आरोपी पत्नी अजमेरुन खातून सहित उसका भाई, पिता और अन्य रिश्तेदार भी शामिल हैं।” पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और फिर परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही पूरे घटनाक्रम की गहनता से जांच की जा रही है।
सवाल खड़े करता यह मामला:
इस घटना ने कई सवालों को जन्म दिया है:
- क्या तजमुल की हत्या पूर्व नियोजित थी?
- घरेलू हिंसा और दहेज के पीछे एक मासूम मजदूर की जान गई?
- क्या तजमुल की हत्या के पीछे ससुराल पक्ष की आर्थिक मंशा थी?
पुलिस इन सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। परिजनों की मांग है कि दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द से जल्द सज़ा दी जाए।