उत्तर बिहार में मखाना उत्पादन: चरणबद्ध प्रक्रिया, खेती का तरीका और लाभकारी मखाना व्यवसाय शुरू करने की पूरी गाइड"
Fornesganj, Araria

उत्तर बिहार, विशेषकर मिथिलांचल क्षेत्र, भारत में मखाना उत्पादन का प्रमुख केंद्र है। यहां चरणबद्ध प्रक्रिया से मखाना तैयार होता है और व्यवसाय के रूप में इसे शुरू करना सरल होता है। नीचे मखाना उत्पादन की पूरी प्रक्रिया और व्यवसाय शुरू करने के टिप्स दिए गए हैं[1][2][3][4][5][6][7]।
## मखाना उत्पादन की चरणबद्ध प्रक्रिया
1. तालाब या जलाशय की तैयारी
दिसंबर-जनवरी में पुराने तालाब/जलाशय को साफ कर उसमें पानी जमा किया जाता है। सही पानी का स्तर और मिट्टी की तैयारी जरूरी है[3][2]।
2. बीज बोना
अच्छे गुणवत्ता वाले मखाने के बीज तालाब या खेत में बोए जाते हैं। बीज बोते समय उचित दूरी का ध्यान रखना जरूरी है[3][2][4]।
3. फसल बढ़ाना
बीज से 35-40 दिन में पौध अंकुरित होकर पानी की सतह पर फैलने लगती हैं। पौधों की देखभाल एवं खरपतवारों की सफाई की जाती है[2][4]।
4. फूल और फल स्वरूप में विकास
पौधों में फूल आकर जुलाई-अगस्त में फल (गुड़ी) बनने लगते हैं। फल पकने पर सतह पर तैरने लगते हैं[2][3]।
5. संग्रहण (हार्वेस्टिंग)
अगस्त-सितंबर में जब फल पूरी तरह पक जाते हैं, तब उन्हें पानी से निकाला जाता है और धूप में सुखाया जाता है। बीज को तालाब की सतह से मल्लाह समुदाय पारंपरिक विधि से निकालते हैं[1][2][4]।
6. प्रोसेसिंग (फोड़ा बनाना)
सुखाए हुए 'गुड़ी' यानी कच्चे मखाने के बीज लोहे की कड़ाही में भुने जाते हैं। फिर गरम बीजों को लकड़ी के हथौड़े से पीटकर सफेद फोड़ा (मखाना) प्राप्त किया जाता है[1][7]।
7. छंटाई, ग्रेडिंग और भंडारण
तैयार मखाने को आकार, रंग व गुणवत्ता के अनुसार छांटा और ग्रेड किया जाता है। इसके बाद उचित नमी और साफ-सफाई के साथ भंडारण किया जाता है[2][7][4]।
## मखाना व्यवसाय कैसे शुरू करें
### आवश्यकताएं
- 1 एकड़ में 10-12 क्विंटल मखाना उत्पादन संभव[8][4]।
- ₹50,000 से लेकर ₹1,00,000 की शुरुआती लागत में छोटे स्तर पर प्रोसेसिंग यूनिट शुरू की जा सकती है[5][6]।
- मखाना प्रोसेसिंग मशीन, पैकेजिंग मशीन, और रोस्टर की जरूरत होती है।
- शुरुआत में फ्लेवरिंग और ब्रांडिंग के लिए बेसिक पैकेजिंग से शुरू किया जा सकता है[5][6]।
### व्यापार की प्रक्रिया
1. मंडी या सीधे किसानों से कच्चा मखाना खरीदें[5]।
2. गुणवत्ता अनुसार छंटाई और भुनाई करें।
3. जरूरत अनुसार नमकीन या अन्य फ्लेवरिंग कर छोटे पैकेट (100-200 ग्राम) में पैक करें।
4. पैकिंग पर अपना ब्रांड, नाम, और फूड लाइसेंस नंबर लिखें[5][6]।
5. स्थानीय बाजार, खुदरा दुकानों, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (Amazon/Flipkart), और थोक विक्रेताओं से संपर्क बनाएं[5][9]।
6. सरकारी सब्सिडी और योजनाओं का लाभ लें—सरकार 35% तक सब्सिडी एवं 25 लाख तक लोन देती है[6][10][11]।
### मुनाफा और बाजार
- मखाना की कीमत क्वालिटी के अनुसार 300–1000 रुपये/किलो है[5][9]।
- ब्रांडेड एवं पैक्ड मखाना और अधिक दामों पर बिकता है।
- निर्यात/एक्सपोर्ट से भी अच्छा मुनाफा मिलता है।
## सामान्य टिप्स
- तालाब या खेतों में जल प्रबंधन बहुत जरूरी है।
- पौध संरक्षण और बीज गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
- पर्याप्त मेहनत और देखकर, मखाना उत्पादन एक लाभकारी कृषि व्यवसाय बन सकता है।
इस तरह कोई भी इच्छुक व्यक्ति उत्तर बिहार में मखाना उत्पादन और व्यापार के क्षेत्र में सफल हो सकता है[
***यदि आप अधिक जानने और अपना व्यवसाय शुरू करने में रुचि रखते हैं, तो +919608916600 पर संपर्क करें|***