“अगर नेतृत्व में दृष्टि होती तो मेडिकल कॉलेज फारबिसगंज में होता” — जदयू नेता मुलचंद गोलछा का तीखा बयान, चुनाव में उतरने के संकेत
फारबिसगंज के वरिष्ठ व्यवसायी और जदयू नेता ने गिनाई क्षेत्रीय समस्याएं; कहा— जनता ने अगर भरोसा दिया तो विकास की नई परिभाषा लिखूंगा

Times Bharat News, फारबिसगंज (अररिया):
फारबिसगंज के वरिष्ठ समाजसेवी व व्यवसायी एवं जदयू राष्ट्रीय सलाहकार समिति सदस्य मुलचंद गोलछा ने संकेत दिए हैं कि वह आगामी विधानसभा चुनाव 2025 में 48-फारबिसगंज सीट से ताल ठोक सकते हैं। Times Bharat News से विशेष बातचीत में उन्होंने न केवल मेडिकल कॉलेज की चूक पर वर्तमान विधायक को कटघरे में खड़ा किया, बल्कि फारबिसगंज के स्थायी और उपेक्षित मुद्दों को भी विस्तार से सामने रखा।
मेडिकल कॉलेज का स्थान चयन — एक खोया हुआ अवसर
उन्होंने स्पष्ट कहा कि रामपुर कोदरकट्टी में मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय राजनीतिक और प्रशासनिक चूक है।
"अगर विधायक सजग रहते, तो कॉलेज फारबिसगंज में होता। इससे न सिर्फ रानीगंज, सुपौल और नेपाल बॉर्डर तक के लोगों को लाभ मिलता, बल्कि शहर का मेडिकल इकोनॉमी भी विकसित होता। आज भी अगर इच्छाशक्ति हो, तो स्थान बदला जा सकता है।"
सदर रोड और शहरी ट्रैफिक — 30 वर्षों से बिन योजना
“1990 में भी सदर रोड पर जाम था, आज भी वही है। इसका मूल नाम 'मुनशी नेवा लाल पथ' था, आज यह बदहाली की मिसाल है। इतने वर्षों में कोई ठोस योजना नहीं बनी — न अंडरपास, न रिंग रोड।”
बाढ़ और जल-जमाव — हर साल की त्रासदी
गोलछा ने कहा कि फारबिसगंज का अधिकांश हिस्सा हर मानसून में जलभराव और बाढ़ से प्रभावित होता है। शहर में नाला निर्माण अधूरा, नदियों की सफाई नहीं, और जलनिकासी व्यवस्था विफल है।
"स्थायी समाधान के लिए बाढ़ नियंत्रण योजना और ड्रेनेज मास्टरप्लान की आवश्यकता है, जिसे मैं प्राथमिकता दूंगा।"
बेरोज़गारी और पलायन — युवाओं की सबसे बड़ी लड़ाई
फारबिसगंज, जो कभी व्यापार और कृषि का केंद्र रहा, आज बेरोज़गारी और पलायन से त्रस्त है। गोलछा का कहना है कि स्थानीय युवाओं के लिए इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर, स्टार्टअप इनक्यूबेशन हब, और बिज़नेस सपोर्ट स्कीम्स लाकर रोज़गार के नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं।
"हर साल हजारों युवा बाहर पलायन कर रहे हैं। ये पीड़ा मुझे अंदर तक झकझोरती है। मैं यहीं पर स्वरोजगार की मजबूत ज़मीन तैयार करूंगा।"
स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल
शहर में कोई सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल नहीं, न ही 24x7 इमरजेंसी व्यवस्था। गोलछा का दावा है कि वे फारबिसगंज में मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, मातृ एवं शिशु देखभाल केंद्र, और सस्ती स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत करेंगे।
सड़क, नाला और साफ-सफाई
गोलछा कहते हैं कि मोहल्लों की सड़कें टूटी हुई हैं, नालियां जाम हैं और स्वच्छता अभियान केवल कागज़ों पर चलता है।
"मैं फारबिसगंज को स्मार्ट नहीं, लेकिन सुव्यवस्थित और मानवीय शहर बनाना चाहता हूँ — जहां नागरिक सुविधाएं सम्मान के साथ मिलें।"
2025 चुनावी तैयारी और विचारधारा
उन्होंने जोर देकर कहा कि
“यह चुनाव मेरे लिए सिर्फ सत्ता पाने की लड़ाई नहीं होगी, यह फारबिसगंज के आत्मसम्मान, सुविधा और सुनवाई की लड़ाई होगी।”
गोलछा ने पार्टी पर भरोसा जताया और कहा कि यदि जदयू नेतृत्व और जनता साथ देती है तो वे नई सोच, नई नीति, और पुराने अनुभव के साथ मैदान में उतरने को तैयार हैं।
देखिये खाश इंटरव्यू …